वो जो कहते थे
वो जो कहते थे,
ना छोड़ेंगे साथ हमारा
आज वही चले गए करके बेसहारा।
वो जो कहते थे,
ना छोड़ेंगे हाथ हमारा
थाम हाथ बनें है आज किसी और का सहारा।
वो जो कहते थे,
जिंदगी भर साथ निभाने को
आज चार कदम भी ना संग चल सके वो।
वो जो कहते थे,
हर ठोकर से बचाने को
आज खुद ही मार गए ठोकर को।
तुम्हारा एक-एक शब्द
तुम्हारा एक-एक शब्द,
कर गया मुझको नि:शब्द।
दे कर अनगिनत दर्द।
चले गए जाने किस डगर।
तुम्हारा एक-एक शब्द,
याद आ गया कुछ इस कदर।
हो गई जो आंख भी नम।
कैसे करे अब बयां भी हम।
अपना मान कर तुमको
अपना मान कर तुमको,
चाहा भी टूट कर तुमको।
किया हर एक वादा पूरा,
दिया साथ हमेशा तुम्हारा।
छोड़ कर फिर साथ हमारा,
क्यों चले गए करके बेसहारा।
देकर दिल तुमको,
खो बैठे थे खुद को।
खुदा भी मान लिया था तुमको,
इतना चाहने लगे थे तुमको।
जो था ही नहीं कभी मेरा
जो था ही नहीं कभी मेरा।
उस पर हक कैसे जताउं।
जो चाहता था ही किसी और को था।
उस पर मोहब्बत भी कैसे लुटाउं।
चल पड़े छोड़ अकेला
गुस्से में तोड़ कांच,
चले वो अपने ही अंदाज।
मुड़ कर एक बार ना देखा,
टूटा था वहीं हमारा भी ख्वाब।
लिख कर अपना अफसाना,
जो चल पड़े छोड़ अकेला।
यह भी पढ़ें : Poems In Hindi On Love Short Love Poems in Hindi Sad Poems In Hindi Mother’s Day Poems in Hindi Short Motivational Poems In Hindi How To Increase Immunity Home Remedies Uses Of Cloud Computing What Is Google Ads And How Does Google Ads Work
Love your every poems mam❤️
Thank you dear