जोशी मठ के पास ग्लेशियर टूटा |
बड़ी खबर आपको बताते हैं उत्तराखंड के चमोली जिले के पास जोशी मठ में ग्लेशियर टूटा, ग्लेशियर टूटने से बाद भारी तबयाई हुई है| कई गांव को नुकसान पहुंचा है और बताते हैं आपको कि पावर प्रोजेक्ट जोकि चमोली में बन रहा था उसको भी भारी नुकसान पहुंचा है प्रशासन की टीम मौके पर रवाना हुई है|
आसपास के गांव को काफी नुकसान पहुंचा है और ग्लेशियर टूटने से पहाड़ों को चीरते हुए पानी की धार आगे पहुंच गई है| प्रशासन ने एलर्ट जारी कर दिया है लेकिन ग्लेशियर टूटने से काफी नुकसान हो चुका है|
बाढ़ की चपेट में आने वाले स्थानों में जोशीमठ, रिनी, नंदा देवी राष्ट्रीय उद्यान, तपोवन विष्णुगढ़ जलविद्युत संयंत्र और श्रीधर प्रमुख हैं।
गलेशियर टूटने से धौली गंगा नदी में बाढ़ आ गई है इसे चमोली से हरिद्वार तक खतरा बढ़ गया है| सूचना मिलते ही प्रशासन की टीम मौके के लिए रवाना हो गई थी, और आपको बता दें कि इस दर्दनाक हादसे में 100 से ज्यादा लोगों की बहने की आकांक्षा है| अभी तक कोई आंकड़ा सामने नहीं आया है, और पुलिस ने लाउडस्पीकर से अलर्ट जारी कर दिया है और बताया जा रहा है कि नदी के किनारे लोग मकान खाली करने में जुटे हैं , बताया जा रहा है कि पहाड़ी से एकगलेशियर का टुकड़ा टूटकर इस डैम पर गिरा और इस से डैम का हिंसा टूट गया और पानी का बहाव तेजी से अलकनंदा नदी में जाने लगा और बताया जा रहा है की ऋषिकेश और हरिद्वार में 6-7 घंटे के भीतर पहुंचने का अनुमान लगया जा रहा है और तपोवन में बना डैम पूरी तहर से टूट चूका है चमोली से हरिद्वार तक खतरा बढ़ने के अलर्ट जारी कर दिए गए हैं गंगा नदी से राफ्टिंग करने वाले यात्रियों को हटा दिया जा गया है|
बताया जा रहा है कि करीब सुबह 11:00 बजे मैं यह घटना हुई है और ग्लेशियर टूटने के बाद ऋषि गंगा प्रोजेक्ट को काफी नुकसान हुआ है| बताया जा रहा है कि मलबे में बड़े BRO का पुल टूट चुका है अलकनंदा का भाव बहुत तेज है और जो लोग शिवपुरी से पहाड़ों की तरफ जा रहे थे उनेह रोक दिया गया है, और किसी भी व्यक्ति को ऋषिकेश से ऊपर नहीं जाने दिया जा रहा है अलकनंदा नदी के किनारे बसे शहर को खतरा है|
आपको बता दें सबसे ज्यादा नुकसान ऋषि गंगा पावर प्रोजेक्ट पर पड़ा है जो 11 मेगावाट पावर का प्रोजेक्ट था जो कि आज सुबह ग्लेशियर टूटने की वजह से टूट चुका है| और बताया जा रहा है कि काफी लोग फंसे हैं और काफी लोग का अता पता नहीं चल पा रहा है लेकिन यह प्रोजेक्ट नंदा देवी के कोर जोन से बाहर बफर जोन में था और काफी विवाद था यहां पर यह प्रोजेक्ट नहीं बनना चाहिए |
इससे पहले एक प्रोजेक्ट बन रहा था और उस पर आधा काम होने के बाद प्रोजेक्ट बंद कर दिया गया और दोबारा यह प्रोजेक्ट चालू हुआ और आपको बता दें कि रेणी गावं जो गोरा देवी का गावं था वहां से कुछ ही दूरी पर था और वहां काफी समय से लोग इस प्रोजेक्ट पर आंदोलन कर रहे थे कि यह प्रोजेक्ट वहा नहीं होना चाहिए लेकिन यह पावर प्रोजेक्ट वहां काम कर रहा था और आज सुबह यह दुर्घटना हुई पानी का तेज भाव आने से ऋषि गंगा प्रोजेक्ट तबाह हो गया|
यह कहा जा रहा है नंदा देवी के आसपास ग्लेशियर में हिमसाद आया और पानी का बहाव उस से तेज हो गया और वह याद दिला रहा है 2013 की घटना केदारनाथ में हुई आपदा में काफी नुकसान हुआ था| लेकिन इस हादसे से इतनी तबई नहीं हुई पर कुछ कुछ चीजें उसी दिशा में हुई है और आपको बता दें कि इसके आसपास के गांव को नुकसान तो कम ही पहुंचा है लेकिन जो खेत नदी के किनारे थे उनमें मलवा की घुस गया है|
आवश्यक सूचना
आम जन मानस को सूचित किया जाता है कि तपोवन रेणी क्षेत्र में ग्लेशियर आने के कारण इसेऋषि गंगा प्रोजेक्ट को काफी क्षति पहुंची है जिससे नदी का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है, जिस कारण अलकनंदा नदी के किनारे रह रहे लोगों से अपील है जल्दी से जल्दी सुरक्षा की दृष्टि से सुरक्षित स्थानों पर चले जाएं शाम 4:00 बजे तक नगर में जलस्तर 553 मीटर तक बढ़ सकता है| वही रात 8:00 बजे तक याद जलस्तर नगर में 340 मीटर और हरिद्वार में रात 9:00 बजे तक यह 294 मीटर तक बढ़ सकता है बीबीसी आवश्यक सूचना अगर आप प्रभावित क्षेत्र में फंसे हैं|
आपको किसी तरह की मदद की जरूरत है तो कृपया आपदा परिचालन केंद्र के नंबर 1070 पर या 955744446 या डायल करें 112 संपर्क करें कृपया घटना के बारे में पुरानी वीडियो ना फैलाएं| और बताया जा रहा है कि नंदप्रयाग से आगे नदी का बहाव सामान्य हो गया है नदी का जल स्तर सामान्य से अब 1 मीटर है लेकिन बहाव कम होता जा रहा है|
- वीडियो- https://youtu.be/c_4siLRv1jE
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