ये दिल
इकरार कर इजहार ना कर पाए।
चाह कर भी कहना पाए।
सोचा ना था इश्क कर बैठेंगे यूँ,
कैसे भी खुद को रोक ना पाए।
बड़ा संभाला इस दिल को,
किये दिल लगी ना कर पाए।
कमबख़्त संभला ही नहीं ये दिल।
दिल लगी करके ही माना ये दिल।
प्यार
मिल न सको, तो महसूस कर लेना।
बात न कर सको, तो धड़कने सुन लेना।
करते हो अगर सच्चा प्यार हमसे तो।
किसी और को दिल ना दें बैठना।
जरूरी
तुझसे बेशक दूर है मगर आज भी तेरी ही फिक्र है।
जताते नहीं है मगर आज भी तेरी खामोशी समझते है।
कहते नहीं है मगर सोचते आज भी तुम्हारे लिए है।
तुमने तो छोड़ दिया बड़ी ही आसानी से,
मगर जरूरी आज भी तु ही है मेरे लिए।
मुलाकात
हुई थी मुलाकात जो एक रोज उनसे।
सोचा ना था आखिरी होगी ये मुलाकात उनसे।
बीते थे उस रोज बहुत ही हसीन पल साथ उनके।
सोचा ना था आखिरी होंगे वो पल साथ उनके।
मेरा प्यार
कोरा हो जाता है दिल का हर एक पन्ना।
जब तु किसी और को देखता है।
दिल में अंगार सा भर जाता है।
जब कोई तेरे करीब आ जाता है।
कोई तुझे देखें तक मुझे बर्दाश्त नहीं।
तु सिर्फ मेरा ही मेरा है किसी और का नहीं।
पहली मोहब्बत
इश्क किया था तुझसे।
तन की आँखों से नहीं,
मन की आँखों से देख था तुझे।
सिर्फ पाना नहीं था तुझको,
तु चाहत थी मेरी।
कोई मानें या न मानें,
तु पहली मोहब्बत थी मेरी।
तेरी बातें, तेरी यादें
भीगते थे कभी तेरे संग इन भीगी बरसातों में।
भीगते थे कभी तेरे संग तेरे प्यार में इन बरसातों में।
अरसा सा हो गया इस बात को फिर भी न जाने क्यों।
भीगते हैं आज भी अपने आँसुओं से तेरी याद में।
भीगते हैं आज भी तेरी बातें से इन बरसातों में।
रुला देती हैं आज तेरी यादें इन बरसातों में।
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